चीन में एक बड़ी मीडिया कंपनी ने हाल ही में ADAS (Advanced Driver Assistance Systems) की क्षमताओं को परखने के लिए एक हाई-इंटेंसिटी टेस्ट आयोजित किया। इस टेस्ट में 36 अलग-अलग कंपनियों की गाड़ियों को बुलाया गया और 15 तरह की मुश्किल बाधाएं (obstacles) बनाई गईं।
इन बाधाओं में शामिल थे —
हाईवे पर अचानक सामने आना वाला अवरोध (sudden highway obstacle)
निर्माण स्थल (construction zone)
अस्थायी रोड ब्लॉक
अचानक प्रकट होने वाला वाहन
पैदल यात्री और ई-बाइक के साथ इंटरैक्शन
शहरी मोड़ और U-turn स्थितियां
टेस्ट के दौरान 216 बार गाड़ियों का क्रैश हुआ, जो बताता है कि दबाव में सिस्टम कैसा प्रदर्शन करता है।
नतीजे चौंकाने वाले रहे —
BYD का प्रदर्शन Tesla से पीछे रहा, जबकि Xiaomi काफ़ी नीचे रही।
Highway Testing कैटेगरी में Tesla Model 3 और Tesla Model X सबसे आगे रहीं, जबकि BYD का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा और Xiaomi काफ़ी पीछे रह गई।
Urban Testing में भी Tesla Model 3 ने टॉप पोज़िशन हासिल की। कुछ कंपनियों की गाड़ियां इतनी खराब रहीं कि उन्हें कोई अवार्ड तक नहीं मिला।
कई गाड़ियां पूरी तरह फेल रहीं और कोई अवार्ड भी नहीं जीत पाईं।
चौंकाने वाली बात यह है कि, चीन में होने के बावजूद इस टेस्ट में Tesla को ओपनली विजेता घोषित किया गया — जो आमतौर पर चीनी कंपनियों के पक्ष में झुकाव रखने वाली रिपोर्ट्स में कम ही होता है।
यह टेस्ट साबित करता है कि ADAS टेक्नोलॉजी में अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है, लेकिन Tesla इस समय परफॉर्मेंस और रिलायबिलिटी में आगे है।