चीन का बड़ा फैसला: Rare Earth Export दोबारा शुरू, भारत ने सीखा आत्मनिर्भरता का सबक

चीन ने rare earth minerals और उनसे जुड़ी critical technologies पर लगाया गया ban आखिरकार हटा दिया है।
लंबे समय से जारी इस रोक ने वैश्विक उद्योगों, खासकर भारत की कंपनियों, को बड़ा झटका दिया था। अब चीन ने साफ किया है कि वह तीन प्रमुख क्षेत्रों में export पर लगी रोक को वापस ले रहा है—
1. Fertilizers
2. Rare Earth Minerals एवं Magnets
3. Boring/Runner Machines

भारतीय उद्योगों को राहत

यह फैसला भारतीय कंपनियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। चाहे automobile sector हो, electronics manufacturing, renewable energy projects या defense industry, rare earth magnets और minerals की मांग हर जगह है। चीन से supply रुकने के कारण production और लागत दोनों पर असर पड़ रहा था।

भारत की रणनीति

हालांकि ban हटना एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन भारत ने इससे एक अहम सबक लिया है। सरकार और कंपनियों ने rare earth minerals के स्थानीय स्रोत तलाशने और वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) बनाने पर काम तेज कर दिया है।

भारत अब देश के भीतर rare earth deposits की खोज कर रहा है।

अन्य देशों से strategic partnerships के जरिए minerals import की बातचीत चल रही है।

refining और processing ecosystem भारत में विकसित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के इस कदम ने भारत को यह आईना दिखा दिया है कि अगर critical minerals के लिए किसी एक देश पर अत्यधिक निर्भरता रखी गई तो production एक झटके में शून्य पर आ सकता है। यही कारण है कि अब भारत इस सेक्टर में आत्मनिर्भरता (self-reliance) पर जोर दे रहा है.

VinFast ला रहा है भारत की सबसे कॉम्पैक्ट EV, MG Comet EV को मिलेगी सीधी टक्कर


वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी VinFast भारत में अपनी एंट्री को लेकर तेजी से तैयारी कर रही है। कंपनी ने हाल ही में अपनी सबसे छोटी इलेक्ट्रिक कार का पेटेंट भारत में फाइल किया है। यह कार साइज और प्राइस दोनों के मामले में सीधी चुनौती पेश करेगी MG Comet EV को, जो अभी मिनी-इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में अकेली मजबूत दावेदार है।

डिजाइन और इंटीरियर
VinFast की यह मिनी EV देखने में कॉम्पैक्ट जरूर है, लेकिन इसका इंटीरियर चार लोगों के बैठने के लिए डिजाइन किया गया है।

कार 2-दरवाजों वाली होगी, जिससे इसका डिज़ाइन और भी स्टाइलिश लगेगा।


इसका छोटा व्हीलबेस और हल्का वजन इसे शहरी इलाकों के लिए आदर्श बनाता है, खासकर जहाँ पार्किंग की समस्या रहती है।


कार का डिज़ाइन मिनिमल और मॉडर्न है, जो युवा ग्राहकों को आकर्षित कर सकता है।

पावर और परफॉर्मेंस

VinFast की इस कॉम्पैक्ट EV में कंपनी ने पावर और एफिशिएंसी के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है।

बैटरी पैक: 14.7 kWh
रेंज: 170 किमी तक (कंपनी का दावा)
मोटर आउटपुट: 20 kW (लगभग 65 Nm टॉर्क)
टॉप स्पीड: 80 किमी/घंटा
ड्राइव टाइप: रियर-व्हील ड्राइव, जो इस सेगमेंट में एक दिलचस्प फीचर है।

MG Comet EV से तुलना
भारत में VinFast Mini EV का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी होगा MG Comet EV। दोनों की तुलना कुछ इस तरह है:
साइज के मामले में VinFast की कार करीब 15% छोटी है।
मोटर आउटपुट MG Comet से लगभग 35% कम है, यानी इसमें थोड़ी कम पावर मिलेगी।
रेंज दोनों में लगभग समान है, इसलिए यह शहर में डेली कम्यूट के लिए पर्याप्त रहेगी।

संभावित कीमत और लॉन्च टाइमलाइन
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़ी रिपोर्ट्स के अनुसार, VinFast अपनी इस मिनी EV को ₹7 लाख से ₹9 लाख के बीच लॉन्च कर सकता है।

कंपनी की योजना है कि 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत तक इस कार को भारतीय बाजार में उतारा जाए।

कीमत अगर MG Comet EV (₹7.98 लाख एक्स-शोरूम से शुरू) से थोड़ी कम रखी जाती है, तो यह नए ग्राहकों के लिए एक आकर्षक विकल्प साबित हो सकती है।

भारतीय मार्केट पर असर
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड लगातार बढ़ रही है, खासकर मेट्रो शहरों और टियर-2 शहरों में। मिनी EV सेगमेंट में फिलहाल MG Comet EV ही प्रमुख खिलाड़ी है। ऐसे में VinFast की एंट्री ग्राहकों को एक और किफायती और कॉम्पैक्ट विकल्प देगी।

युवा खरीदार, कॉलेज स्टूडेंट्स और महिला ड्राइवर्स इस कार को अपनी पहली EV के रूप में देख सकते हैं।
कॉम्पैक्ट साइज, आसान ड्राइविंग और पार्किंग की सुविधा इसे शहरों में बेहद आकर्षक बनाएगी।
अगर VinFast इस कार की कीमत प्रतिस्पर्धी रखता है, तो यह जल्द ही अर्बन EV सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी हासिल कर सकता है।

VinFast की यह मिनी इलेक्ट्रिक कार भारत में MG Comet EV का सीधा मुकाबला करेगी। छोटी और स्टाइलिश डिज़ाइन, संतुलित रेंज और किफायती प्राइसिंग इसे शहरी ग्राहकों के लिए एक मजबूत विकल्प बना सकती है.

“रेयर अर्थ संकट! भारत की ऑटो इंडस्ट्री पर ब्रेक”

रेयर अर्थ मैटेरियल संकट से भारत की ऑटो इंडस्ट्री में मचा हड़कंप,चीनी सरकार की बेरुखी, सप्लाई चेन में खतरा, कंपनियां उत्पादन घटाने को मजबूर.

भारत की ऑटोमोबाइल और ईवी इंडस्ट्री इस समय एक गंभीर संकट से जूझ रही है। रेयर अर्थ मैटेरियल — विशेषकर रेयर अर्थ मैगनेट — की सप्लाई में आई बाधा ने कई बड़ी कंपनियों को अपनी उत्पादन रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।

संकट की जड़ — चीन की बेरुखी
रेयर अर्थ मैटेरियल दुनिया में सीमित मात्रा में ही मौजूद हैं, और इनका सबसे बड़ा उत्पादक चीन है। भारतीय उद्योग जगत ने हाल ही में इस मुद्दे पर चीन से बातचीत की कोशिश की, लेकिन सूत्रों के मुताबिक चीनी सरकार ने इस पर कोई रुचि नहीं दिखाई। प्रस्तावित मीटिंग को भी रद्द कर दिया गया।
विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ सप्लाई का मामला नहीं है, बल्कि भू-राजनीतिक दबाव बनाने का एक तरीका भी हो सकता है।

कंपनियों की प्रतिक्रिया और उठाए गए कदम

Royal Enfield
कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी लोकप्रिय Himalayan 450 और Gorilla मोटरसाइकिल्स का उत्पादन रोकना पड़ेगा। कारण— आवश्यक रेयर अर्थ मैगनेट की कमी, जो इन मॉडलों के इलेक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम का अहम हिस्सा है।

Maruti Suzuki
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी के इंजीनियर फिलहाल वैकल्पिक सप्लाई और टेक्नोलॉजी खोज रहे हैं। अभी तक उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है, लेकिन कंपनी मानती है कि अगर स्थिति लंबी चली, तो असर गंभीर हो सकता है।

TVS Motor Company
TVS ने भी संकेत दिया है कि वह अपने कुछ मॉडलों का उत्पादन कम करेगी। कंपनी वैकल्पिक स्रोतों की तलाश में है, लेकिन अल्पकाल में कटौती अवश्य करनी होगी।

Ola Electric
Ola का रुख बाकी कंपनियों से थोड़ा अलग है। कंपनी के मुताबिक, उनके पास दिसंबर तक का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है, और दिसंबर से ही वे नए डिजाइन की मोटर को अपने स्कूटर में लगाना शुरू कर देंगे। फिलहाल बिक्री और सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उद्योग में बढ़ता तनाव
उद्योग जगत के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि इस संकट ने एक तरह का पैनिक माहौल पैदा कर दिया है। कुछ कंपनियों ने तो भविष्य की बुकिंग पर भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि यह मुद्दा सिर्फ व्यापारिक नहीं, बल्कि रणनीतिक है। चीन पहले भी अमेरिका और अन्य देशों के साथ इस तरह के कच्चे माल की सप्लाई को लेकर दबाव बनाने की रणनीति अपना चुका है।

क्या है रेयर अर्थ मैगनेट का महत्व?
रेयर अर्थ मैगनेट ईवी मोटर्स, हाइब्रिड वाहनों, विंड टर्बाइन और हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में जरूरी होते हैं। इनकी कमी का सीधा असर न केवल ऑटोमोबाइल, बल्कि ऊर्जा और टेक्नोलॉजी सेक्टर पर भी पड़ता है।

सरकार और उद्योग दोनों इस संकट का दीर्घकालिक समाधान खोजने में जुट गए हैं। भारत में रेयर अर्थ खनिजों के भंडार सीमित हैं, लेकिन हाल ही में इस दिशा में खोज और प्रोसेसिंग तकनीकों पर निवेश बढ़ाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।

अगर यह संकट लंबा खिंचता है, तो भारतीय ऑटो सेक्टर को न केवल उत्पादन कटौती बल्कि तकनीकी बदलाव और लागत में बढ़ोतरी का भी सामना करना पड़ेगा। फिलहाल सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि वैकल्पिक सप्लाई या नई तकनीक कितनी जल्दी उपलब्ध हो पाती है।

“Ola और Ather भूल जाओ – TVS का नया रॉकेट स्कूटर देखो”

TVS का नया हाई-परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक स्कूटर – इंडिया में कब आएगा?

दोस्तों, TVS ने हाल ही में एक ऐसा इलेक्ट्रिक मैक्सी-स्कूटर दिखाया है जिसे देखकर यकीन करना मुश्किल है कि ये TVS का है। नाम है MS 1 Scooter और इसके लुक्स व फीचर्स देखकर साफ है कि यह स्कूटर सिर्फ एक कम्यूटर नहीं, बल्कि परफॉर्मेंस मशीन है।

डिज़ाइन की बात करें तो इसमें 14-इंच के व्हील, फ्रंट-रियर डिस्क ब्रेक, और प्रीमियम स्विंग आर्म दिया गया है। सीट भारी और बेहद कम्फर्टेबल लगती है, साथ ही फ्लैट फुटबोर्ड और एग्रेसिव स्टाइलिंग इसे एक असली मैक्सी-स्कूटर लुक देती है। साइज भी काफी बड़ा है, जो इसे रोड पर दमदार प्रेज़ेंस देता है।

परफॉर्मेंस में भी ये स्कूटर किसी बाइक से कम नहीं। इसमें 12.5 kW मोटर है जो 0 से 100 km/h सिर्फ 3.7 सेकंड में पहुंचा देती है। टॉप स्पीड 105 km/h है। बैटरी पैक 4.3 kWh का है, जो लगभग 3 घंटे में फास्ट चार्ज हो सकता है।

लेकिन सवाल यही है – इतना पावरफुल स्कूटर इंडिया में क्यों नहीं आ रहा? एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी हाई कॉस्ट, सीमित चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रीमियम सेगमेंट की छोटी मार्केट डिमांड TVS को रोक रही है। कंपनी फिलहाल भारतीय ग्राहकों के लिए फैमिली-ओरिएंटेड और किफायती ईवी स्कूटर्स पर फोकस कर रही है।

TVS MS 1 Scooter सिर्फ एक स्कूटर नहीं, बल्कि ईवी परफॉर्मेंस का नया चेहरा है। अब बस इंतज़ार है कि ये भारत की सड़कों पर कब दौड़ेगा।

फिलहाल, इस स्कूटर को इंटरनेशनल मार्केट के लिए देखा जा रहा है। अगर कभी यह भारत आया, तो Ola S1 Pro और Ather 450X जैसे स्कूटर्स को कड़ी टक्कर दे सकता है.

कूलिंग फैन के साथ स्मार्टफोन – Oppo का नया Monster Phone – बैटरी और कूलिंग में No.1

Oppo ने लॉन्च किया नया हाई-परफॉर्मेंस स्मार्टफोन K13 TURBO: पावरफुल बैटरी, कूलिंग फैन और 1.5K डिस्प्ले के साथ

स्मार्टफोन मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए Oppo ने एक नया हाई-परफॉर्मेंस स्मार्टफोन पेश किया है, जो खासतौर पर गेमिंग और मल्टीमीडिया यूज़र्स को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है।

डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी
फोन का लुक प्रीमियम है और बिल्ड क्वालिटी मजबूत, हालांकि इसका बॉडी साइज थोड़ा मोटा है जिससे यह हाथ में भारी महसूस हो सकता है। Oppo ने इसमें एक इन-बिल्ट फिजिकल कूलिंग फैन जोड़ा है—यह फीचर स्मार्टफोन में कम ही देखने को मिलता है। यह फैन हाई-परफॉर्मेंस टास्क या लंबे गेमिंग सेशन के दौरान हीट को कम करने में मदद करता है।

डिस्प्ले और ऑडियो
डिवाइस में 6.8 इंच का बड़ा डिस्प्ले है, जो 1.5K रेज़ॉल्यूशन और 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है। यह स्मूद स्क्रॉलिंग और बेहतर गेमिंग विज़ुअल्स के लिए फायदेमंद है। स्टेरियो स्पीकर्स के साथ फोन का ऑडियो आउटपुट भी संतुलित और लाउड है, जिससे वीडियो स्ट्रीमिंग और गेमिंग दोनों में बेहतर अनुभव मिलता है।

बैटरी और चार्जिंग
Oppo ने इसमें 7000mAh की विशाल बैटरी दी है, जो भारी इस्तेमाल के बावजूद लंबे समय तक चार्ज बनाए रख सकती है। पैकेज में USB Type-A to Type-C चार्जिंग केबल और चार्जर दिया गया है।

कैमरा सेटअप
फोटोग्राफी के लिए फोन में 55 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर और एक अल्ट्रा-वाइड लेंस दिया गया है। हालांकि, इसमें टेलीफोटो लेंस का अभाव है, जिससे ज़ूमिंग क्षमता सीमित रहती है।

परफॉर्मेंस
फोन Piskee Turbo Pro Ine Turbo प्रोसेसर पर चलता है, जो मल्टीटास्किंग और ग्राफिक्स-इंटेंसिव गेम्स के लिए ऑप्टिमाइज़्ड है। इन-बिल्ट फैन और कूलिंग सिस्टम की वजह से लंबे सेशन के दौरान भी परफॉर्मेंस स्थिर रहती है।

कुल मिलाकर, Oppo का यह नया स्मार्टफोन उन यूज़र्स के लिए उपयुक्त है जो गेमिंग, हाई-डेफिनिशन वीडियो स्ट्रीमिंग और लंबे बैटरी बैकअप को प्राथमिकता देते हैं। मजबूत बिल्ड, बड़ा डिस्प्ले, स्टेरियो ऑडियो और कूलिंग फैन जैसे फीचर्स इसे मार्केट में अलग बनाते हैं, हालांकि मोटा डिजाइन और टेलीफोटो लेंस की कमी कुछ खरीदारों के लिए नकारात्मक पक्ष हो सकते हैं।

Electric में आया 500cc का तूफ़ान – Honda की धमाकेदार एंट्री

Honda की 500cc सेगमेंट में पहली Electric Motorcycle का टीज़र हुआ रिलीज – Ultraviolet F77 को देगी टक्कर!

EV मोटरसाइकिल की रेस में अब Honda भी पूरी तैयारी के साथ उतरने जा रही है। हाल ही में कंपनी ने अपनी अपकमिंग हाई-पावर इलेक्ट्रिक बाइक का टीज़र अपने ऑफिशियल चैनल पर जारी किया है। इस टीज़र में बाइक की झलक मिलती है जिसमें चलती हुई बाइक, हेडलाइट्स, डिस्प्ले, और सिंगल-साइड स्विंगआर्म वाला रियर व्हील साफ तौर पर दिखाई देता है।

बात करें इसके सेगमेंट की, तो यह इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल सीधे तौर पर 500cc पेट्रोल सेगमेंट को टारगेट करती नजर आ रही है। यह Ultraviolet F77 जैसी बाइक्स से एक स्टेप ऊपर की कैटेगरी में होगी, जो कि लगभग 350–400cc के बराबर परफॉर्मेंस देती है। ऐसे में Honda की यह नई EV, पावर, रेंज और चार्जिंग टेक्नोलॉजी के मामले में काफी कुछ नया लेकर आ सकती है।

संभावित स्पेसिफिकेशन:

मोटर पावर: 40–45 kW (लगभग 54–60 HP)

चार्जिंग पोर्ट: CCS2 फास्ट चार्जिंग

सिंगल-साइड स्विंगआर्म डिज़ाइन

डिजिटल डिस्प्ले, एलईडी लाइटिंग

टीज़र को देखकर यह साफ है कि Honda इस बार सिर्फ एक कॉन्सेप्ट नहीं, बल्कि प्रोडक्शन के बेहद नजदीक की इलेक्ट्रिक बाइक दिखा रही है। लॉन्च डेट और प्राइसिंग को लेकर अभी कुछ ऑफिशियल नहीं आया है, लेकिन अनुमान है कि 2026 की शुरुआत तक यह बाजार में उतर सकती है।

EV भी, पेट्रोल भी – Yamaha XMAX SPHEV Hybrid का डबल पावर धमाका!

भारत में आया पहला हाईब्रिड इलेक्ट्रिक स्कूटर – YAMAHA X Max ने खोला नया अध्याय

भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में हाईब्रिड स्कूटर्स को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, और इसी बीच Yamaha ने अपने XMAX SPHEV Hybrid का टेस्ट-फेज़ प्रीव्यू दिखाया है। यह हाईब्रिड स्कूटर अपने एडवांस पावरट्रेन और अनोखी तकनीक के कारण सुर्खियों में है।

इस स्कूटर में दो इलेक्ट्रिक मोटर और एक ICE इंजन का कॉम्बिनेशन दिया गया है।

पहली मोटर एक्सल के पास लगी है, जो सीधे व्हील को ड्राइव करती है और तेज़ एक्सेलेरेशन देती है।

दूसरी मोटर जनरेटर के तौर पर काम करती है, जो बैटरी को चार्ज करती है।

बीच में लगा इंजन ज़रूरत पड़ने पर व्हील को ड्राइव भी करता है और चार्जिंग में भी मदद करता है।

कंपनी का दावा है कि यह सिस्टम स्कूटर को बेहतरीन परफॉर्मेंस, लंबी रेंज और बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी देगा। हालांकि, इसकी जटिल मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक सेटअप के चलते सर्विस और मेंटेनेंस के लिए स्पेशल ट्रेनिंग की जरूरत होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह हाईब्रिड कॉन्सेप्ट भारतीय बाजार में रेंज एंग्ज़ायटी की समस्या को काफी हद तक खत्म कर सकता है, लेकिन इसकी कीमत और तकनीकी जटिलता बड़े पैमाने पर अपनाने में चुनौती बन सकती है।
Yamaha XMAX SPHEV Hybrid के टेस्ट-फेज़ और कंफर्म रिलीज़ डेट की जानकारी भी शामिल हो जाए.

“Tesla के बाद VinFast का वार — VF7 और VF6 SUVs होंगी पहली पेशकश”

वियतनामी ईवी निर्माता VinFast ने सूरत, गुजरात में खोला पहला शोरूम — साल के अंत तक 35 डीलरशिप खोलने का लक्ष्य

वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी VinFast ने भारत में आधिकारिक एंट्री करते हुए सूरत, गुजरात में अपना पहला शोरूम लॉन्च किया है। यह कदम देश के तेजी से बढ़ते ईवी सेक्टर में कंपनी की मजबूत मौजूदगी की शुरुआत को दर्शाता है।

VinFast का भारत में प्रवेश, एलन मस्क के स्वामित्व वाली Tesla के मुंबई में पहले शोरूम के बहुप्रतीक्षित उद्घाटन के तुरंत बाद हुआ है।

सूरत स्थित यह डीलरशिप वन-स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में काम करेगी, जहां ग्राहकों को बिक्री, आफ्टर-सेल्स सपोर्ट और प्रोडक्ट शोकेस की सुविधा मिलेगी। कंपनी का लक्ष्य है कि साल के अंत तक 27+ शहरों में 35 डीलरशिप खोली जाएं, जिससे भारत के बढ़ते स्वच्छ मोबिलिटी बाजार में उसकी पकड़ मजबूत हो सके।

VinFast ने भारतीय बाजार के लिए अपनी दो अहम SUV मॉडल — VF7 और VF6 — पेश की हैं।

VF7 एक प्रीमियम SUV है जिसकी लंबाई 4.5 मीटर से अधिक है। इसका लुक काफी बड़ा और दमदार है, जिसमें स्पोर्टी और एग्रेसिव डिज़ाइन देखने को मिलता है। इसे बड़े SUV सेगमेंट में उतारा जाएगा और इसका लक्ष्य है स्टाइल और परफॉर्मेंस चाहने वाले ग्राहकों को आकर्षित करना।

दूसरी ओर, VF6 एक कॉम्पैक्ट SUV है जिसकी लंबाई लगभग 4.3 मीटर है — जो Hyundai Creta और Kia Seltos के सेगमेंट में आती है। इस वजह से VF6 को भारतीय बाजार में वॉल्यूम सेलर के रूप में देखा जा रहा है।

कंपनी ने संकेत दिया है कि ये दोनों SUV भारत में VinFast की पहली लॉन्च होने वाली गाड़ियां होंगी, जो देश के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक SUV बाजार में कंपनी की पकड़ मजबूत करेंगी।

“Tesla बनाम चीन — ADAS बैटल में किसने मारी बाज़ी?”

चीन में एक बड़ी मीडिया कंपनी ने हाल ही में ADAS (Advanced Driver Assistance Systems) की क्षमताओं को परखने के लिए एक हाई-इंटेंसिटी टेस्ट आयोजित किया। इस टेस्ट में 36 अलग-अलग कंपनियों की गाड़ियों को बुलाया गया और 15 तरह की मुश्किल बाधाएं (obstacles) बनाई गईं।

इन बाधाओं में शामिल थे —
हाईवे पर अचानक सामने आना वाला अवरोध (sudden highway obstacle)
निर्माण स्थल (construction zone)
अस्थायी रोड ब्लॉक
अचानक प्रकट होने वाला वाहन
पैदल यात्री और ई-बाइक के साथ इंटरैक्शन
शहरी मोड़ और U-turn स्थितियां

टेस्ट के दौरान 216 बार गाड़ियों का क्रैश हुआ, जो बताता है कि दबाव में सिस्टम कैसा प्रदर्शन करता है।

नतीजे चौंकाने वाले रहे —
BYD का प्रदर्शन Tesla से पीछे रहा, जबकि Xiaomi काफ़ी नीचे रही।

Highway Testing कैटेगरी में Tesla Model 3 और Tesla Model X सबसे आगे रहीं, जबकि BYD का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा और Xiaomi काफ़ी पीछे रह गई।


Urban Testing में भी Tesla Model 3 ने टॉप पोज़िशन हासिल की। कुछ कंपनियों की गाड़ियां इतनी खराब रहीं कि उन्हें कोई अवार्ड तक नहीं मिला।

कई गाड़ियां पूरी तरह फेल रहीं और कोई अवार्ड भी नहीं जीत पाईं।

चौंकाने वाली बात यह है कि, चीन में होने के बावजूद इस टेस्ट में Tesla को ओपनली विजेता घोषित किया गया — जो आमतौर पर चीनी कंपनियों के पक्ष में झुकाव रखने वाली रिपोर्ट्स में कम ही होता है।

यह टेस्ट साबित करता है कि ADAS टेक्नोलॉजी में अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है, लेकिन Tesla इस समय परफॉर्मेंस और रिलायबिलिटी में आगे है।

2026 में लॉन्च होगा EV मार्केट का नया बॉस — Ultra Electric का सुपर स्कूटर”Ola, TVS और Bajaj को कड़ी टक्कर देगा Ultra Electric का नया EV स्कूटर”

2026 में लॉन्च होगा EV मार्केट का नया बॉस — Ultra Electric का सुपर स्कूटर”

EV मार्केट में हलचल मचा दी है Ultra Electric ने, अपने नए Tsaactacte Scooter के साथ, जिसकी शुरुआती कीमत सिर्फ ₹1.2 लाख है। यह स्कूटर न केवल किफायती है, बल्कि बैटरी पैक के मल्टीपल ऑप्शन के साथ आता है, जिससे ग्राहकों को 160 किमी से लेकर 260 किमी तक की रेंज मिल सकती है।

मुख्य फीचर्स:

कीमत: ₹1.2 लाख से शुरुआत
रेंज: 160–260 किमी
मोटर: 15 kW
टॉप स्पीड: 120 kmph
टेक्नोलॉजी: आगे-पीछे रडार, Omis Sense सिस्टम, 7-इंच टचस्क्रीन
डिलीवरी: 2026 की पहली तिमाही से

15 kW की मोटर और 120 kmph की टॉप स्पीड के साथ यह स्कूटर हाई-परफॉर्मेंस कैटेगरी में आता है। आगे-पीछे रडार और Omis Sense टेक्नोलॉजी इसे सुरक्षा और स्मार्ट फीचर्स के मामले में एक कदम आगे ले जाती है। 7-इंच की टचस्क्रीन डिस्प्ले और अन्य प्रीमियम फीचर्स इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

क्या मार्केट में टक्कर दे पाएगा?

Ultra Electric का यह मॉडल Ola S1, TVS iQube और Bajaj Chetak जैसे स्थापित खिलाड़ियों को सीधी चुनौती दे सकता है। हालांकि, इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि कंपनी वादों पर कितनी खरी उतरती है और कितना मजबूत सर्विस नेटवर्क बना पाती है।

अगर कंपनी अपने प्रोडक्ट को समय पर डिलीवर कर पाती है और क्वालिटी पर फोकस रखती है, तो यह स्कूटर EV मार्केट में एक स्ट्रॉन्ग कंटेंडर बन सकता है।